भारत को जहां अग्रिम श्रेणी में खड़ा करने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं वहीं व्याप्त भ्रष्टाचार दीमक की तरह राष्ट्र की जड़ों को खोखला करने पर तुला है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता l
समय-समय पर सतर्कता व अन्य संबंधित विभागों द्वारा छापेमारी कर व्याप्त भ्रष्टाचारी नौकरशाहों की धर पकड़ की गई जिसमें अरबों की चल अचल संपत्ति यों की बरामदगी हुईl
भ्रष्टाचार से अर्जित धन निम्न श्रेणी के कर्मचारी द्वारा उच्च श्रेणी के अधिकारियों तक पहुंचाया जाता है जिससे यह सभी मालामाल हो कर देश को कंगाली की डगर पर ले जाने में कसर नहीं छोड़ते, ताजा उदाहरण में मध्य प्रदेश के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के इंदौर स्थित मकान पर छापेमारी कर करोड़ों की चल अचल संपत्ति बरामद की गईl
इसी तरह ओडिशा में सतर्कता विभाग ने एक माली के घर छापेमारी कर करोड़ों की संपत्ति जप्त की तथा गुजरात पटियाला व तरनतारन जैसे अनेक प्रदेशों में छापेमारी कर अनगिनत भ्रष्टाचार से अर्जित कमाई पकड़ीl इन आंकड़ों से यह अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है कि सरकारी तंत्र कितना भ्रष्ट हो चुका हैl
अतः देश के सभी एजेंसियों को भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए और प्रभावी कदम उठाने होंगे ताकि एक समृद्ध गौरवशाली राष्ट्र का निर्माण हो सकेl